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'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' की पहली वर्षगाँठ पर सुलझाइये कुछ नई आवाज़ों की 'सिने पहेली'

1 दिसम्बर, 2012 सिने-पहेली - 48  में आज पहचानिए कुछ नये स्वरों को     'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। आज का दिन 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' से जुड़े सभी प्रस्तुतकर्ताओं, पाठकों और श्रोताओं के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण दिन है क्योंकि पिछले साल आज ही के दिन इसकी नीव रखी गई थी। देखते ही देखते हमने तय कर लिए 365 दिन का सफ़र। गत एक साल में (इस पोस्ट के बनने तक) इस ब्लॉग पर कुल 2283 प्रस्तुतियाँ (पोस्ट) हुई हैं, और देश-विदेश मिलाकर कुल 82215 बार इस ब्लॉग पर लोगों की हाज़िरी लगी है। अर्थात 6.25 प्रस्तुति प्रतिदिन और 225.24 ब्लॉग-विज़िट प्रतिदिन, जिसे आप हमारी उपलब्धि भी कह सकते हैं। और यह सम्भव हुआ आप सबके प्यार से। 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को धन्यवाद देते हुए आइए, आज की 'सिने पहेली' को आगे बढ़ाया जाए। दो स्तों, आज से कुछ साल पहले तक फ़िल्म इंडस्ट्री में हर दौर की कुछ गिने-चुने पार्श्वगायक-गायिकाओं की आवाज़ें ही राज किया करती थीं। इन आवाज़ों को सुन कर

'सिने पहेली' में आज पहचानिये कुछ मैगज़ीन कवर्स

(24 नवम्बर, 2012)  सिने-पहेली # 47 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, फ़िल्मी नायक-नायिकाएँ फ़िल्म के पर्दे के बाहर भी कई जगहों पर नज़र आते हैं जैसे कि विज्ञापनों में, स्टेज शोज़ में, पत्र-पत्रिकाओं में, और फ़िल्मी व फ़ैशन मैगज़ीनों के मुखपृष्ठ यानी कवर पेज पर। मैगज़ीनों की बात करें तो फ़िल्मी मैगज़ीनों (जैसे कि फ़िल्मफ़ेयर, स्टारडस्ट आदि) में नियमित रूप से फ़िल्मी सितारों के चित्र तो प्रकाशित होते ही रहते हैं, इनके अलावा भी समाचार, स्वास्थ्य और फ़ैशन पत्रिकाओं में फ़िल्मी सितारे आये दिन छाये रहते हैं। आज की सिने पहेली में हम आपको कुछ ऐसे ही फ़िल्मी व ग़ैर-फ़िल्मी पत्रिकाओं के मुखपृष्ठ दिखा कर इन पत्रिकाओं के नाम जानना चाहते हैं। अर्थात् इन कवर पेजेज़ में फ़िल्मी कलाकारों की तस्वीरों को देख कर आपको बताना होगा कि ये कौन सी पत्रिकाएँ हैं। तो तैयार हैं न आप आज की सिने पहेली को सुलझाने के लिए? यह रही आज की 'सिने पहेली'.... आज की पहेली : पहेली पत्रिका पहचान की नीचे दिये गय

'सिने पहेली' में आज बारी एक फ़िल्मी वर्ग पहेली की...

सिने-पहेली # 46  (17 नवंबर, 2012)  'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, सुबह-सुबह एक गरम चाय की प्याली हाथ में लेकर ताज़े अख़्बार की वर्ग पहेली को सुलझाने का मज़ा ही कुछ और है, क्यों है न? आप में से कईयों को वर्ग पहेली या crossword puzzle को सुलझाने का शौक भी होगा, तभी तो हम 'सिने पहेली' प्रतियोगिता के हर सेगमेण्ट में कम से कम एक वर्ग पहेली का निर्माण ज़रूर करते हैं ताकि वर्ग पहेली के शौकीनों को भी हम संतुष्ट कर सके। वर्ग पहेली को सुलझाने में जितना मज़ा आता है, इसे तैयार करने में भी सच पूछिये मुझे तो बहुत ही आनन्द आता है। हाँ, समय ज़्यादा ज़रूर लगता है! फिर भी इस प्रतियोगिता में विविधता बनाये रखने की चाहत हमें मजबूर करती है हर अंक में कुछ नया करने की। तो हो जाइए तैयार सुलझाने के लिए हमारी आज की वर्ग पहेली.... आज की पहेली : फ़िल्मी वर्ग-पहेली नीचे दिये गये सूत्रों के माध्यम से सुलझाइये इस वर्ग पहेली को। आज के कुल अंक हैं 11। बायें से दायें 1. सन् 1991 की इस हिन्दी फ़िल्म में बहुत सी ब

दीपावली की तैयारियों के साथ-साथ सुलझाइये हमारी सिने पहेली भी...

(10 नवम्बर, 2012) सिने-पहेली # 45 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, आज दीपावली का त्योहार अब द्वार पर है। साल के इस समय सभी लोग बेहद व्यस्त हो जाते हैं। घर पर तो व्यस्त होते ही हैं, अपने-अपने कर्मक्षेत्र में भी दीपावली की तैयारियों की वजह से दफ़्तर में व्यस्तता काफ़ी बढ़ जाती है। हर एक को अपने टारगेट्स पूरे करने होते हैं। जहाँ तक मेरे काम का सवाल है, दूरसंचार के क्षेत्र में होने की वजह से नेटवर्क की बहुत सी तैयारियाँ करनी पड़ती है ताकि दीपावली की रात को बढ़ने वाले ट्राफ़िक पर कोई बाधा न आये और आप अपने प्रियजनों से टेलीफ़ोन पर बिना किसी परेशानी के बात कर सके। दोस्तों, इन दिनों की व्यस्तता और भागदौड़ के बावजूद थोड़ा समय तो आप सिने पहेली के लिए निकाल ही लेंगे, इसका हमें पूरा विश्वास है। अब देखिये न, हमने भी तो इस पहेली को तैयार करने के लिए थोड़ा समय निकाल ही लिया अपनी व्यस्त दिनचर्या से। तो हो जाइये तैयार और सुलझाइये आज की पहेलियाँ। !!! नये प्रतियोगियों का आह्वान नये प्रतियोगी, जो इस मज़ेदार

नये खिलाड़ियों के लिए भी मौका है महाविजेता बनने का सिने पहेली में...

(3 नवम्बर, 2012) सिने-पहेली # 44 ' रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, आज सबसे पहले इस अंक में हम दो नये खिलाड़ियों का स्वागत करना चाहेंगे। पिछले सप्ताह इस प्रतियोगिता में जुड़े हैं बीकानेर के गणेश एस. पालीवाल और इस सप्ताह हमारे साथ जुड़े हैं जयपुर के पुनीत झा। वाकई आश्चर्य की बात है कि 'सिने पहेली' के लगभग 50% प्रतियोगी राजस्थान के रहने वाले हैं। बीकानेर, जयपुर, कोटा और चित्तौड़गढ़ को मिलाकर कुल 8 प्रतियोगी रंगीले राजस्थान से ताल्लुख रखते हैं। आप सब भी अपने मित्रों को इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कह कर अपने राज्य के प्रतियोगियों की संख्या को बढ़ा सकते हैं। क्या पता हम प्रतियोगिता के अंत में सर्वाधिक प्रतियोगी वाले राज्य के नाम भी कोई इनाम घोषित कर दें!!! ख़ैर, आइए आगे बढ़ते हैं हमारे नये खिलाड़ियों के आह्वान के साथ... नये प्रतियोगियों का आह्वान नये प्रतियोगी, जो इस मज़ेदार खेल से जुड़ना चाहते हैं, उनके लिए हम यह बता दें कि अभी भी देर नहीं हुई है। इस प्रतियोगिता के नियम क

"रोमांस के जादूगर" और "हँसी के शहंशाह" को 'सिने पहेली' का सलाम...

(27 अक्टूबर, 2012) सिने-पहेली # 43 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। अक्टूबर का यह सप्ताह जहाँ एक ओर त्योहारों की ख़ुशियाँ लेकर आया, वहीं दूसरी ओर दो दुखद समाचारों ने सब के दिल पर गहरा चोट पहुँचाया। मनोरंजन जगत के दो दिग्गज कलाकारों को काल के क्रूर हाथों ने हम से छीन लिए। इनमें एक हैं रोमांस के जादूगर, सुप्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता व निर्देशक  यश चोपड़ा और दूसरे हैं हँसी के शहंशाह, जाने-माने हास्य अभिनेता जसपाल भट्टी। आज की 'सिने पहेली' समर्पित है यश चोपड़ा और जसपाल भट्टी की पुण्य स्मृति को।  य श चोपड़ा अपनी फ़िल्मों (ख़ास कर अपनी निर्देशित फ़िल्मों) में रोमांस को उस मकाम तक लेकर गये कि हर पीढ़ी के लोगों को उनकी फ़िल्मों से, उनकी फ़िल्मों की नायक-नायिकाओं से प्यार हो गया। हर फ़िल्म में प्यार की एक नई परिभाषा उन्होंने बयाँ की। उनकी फ़िल्मों की सफलता का राज़ है कि लोग उनके किरदारों में अपनी झलक पाते हैं या अपने आप को उन किरदारों जैसा बनने का सपना देखते हैं। जनता की नव्ज़ को बख़ूबी पकड़ती रही है यश

त्योहारों की खुशियों में पहचानें कुछ छुपे चेहरे

20 अक्तूबर, 2012 सिने-पहेली # 42  'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार और हार्दिक स्वागत है आप सभी का, आपके मनपसन्द स्तम्भ 'सिने पहेली' में। सबसे पहले आप सबको नवरात्रि, दुर्गापूजा और दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हैं। उत्सव के ये 10 दिन आपके जीवन में ढेर सारी ख़ुशियाँ लेकर आये, और आने वाला वर्ष आपके लिए शुभ हो, मंगलमय हो, यही हम कामना करते हैं।  दो स्तों, पिछले कुछ दिनों से 'सिने पहेली' प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतियोगियों की संख्या में कटौती हुई है और न ही कोई नया खिलाड़ी इस खेल में शामिल हो रहा है। जब मैंने और कृष्णमोहन जी ने अपने-अपने मण्डलो में लोगों से इसका कारण पूछा तो अधिकतर ने यही बताया कि 'सिने पहेली' की पहेलियाँ बहुत कठिन होती हैं, जिनका उनके पास जवाब नहीं होता, वरना उन्हें इसमें भाग लेने में कोई परेशानी नहीं है। इसके जवाब में हम यही कहना चाहेंगे कि 'सिने पहेली' के प्रश्न इतने कठिन होने पर भी कई खिलाड़ी पूरे के पूरे अंक हासिल कर रहे हैं। ऐसे में अगर पहेली क

'सिने पहेली' की आज हो रही है 40 सप्ताह पूर्ति...

सिने-पहेली # 40  (6 अक्टूबर, 2012)  'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार, और स्वागत है आप सभी का आपके मनपसंद स्तंभ 'सिने पहेली' में। दोस्तों, देखते ही देखते, पहेलियाँ सुलझाते हुए आज हम आ पहुँचे हैं 'सिने पहेली' के चौथे सेगमेण्ट के अंतिम चरण पर। आज 'सिने पहेली' की 40-वीं कड़ी है। पिछले 40 हफ़्तों से आप सब ने जिस तरह से अपना योगदान इस स्तंभ को दिया है, जिस तरह इस प्रतियोगिता में निरंतर भाग लेकर इसे अब तक सफल बनाया है, हम आप सब के आभारी हैं और आप से अनुरोध करते हैं कि अगले सेगमेण्ट में भी इसी तरह का साथ बनाये रखें। नये खिलाड़ियों का आह्वान नये प्रतियोगी, जो इस मज़ेदार खेल से जुड़ना चाहते हैं, उनके लिए हम यह बता दें कि अभी भी देर नहीं हुई है। इस प्रतियोगिता के नियम कुछ ऐसे हैं कि किसी भी समय जुड़ने वाले प्रतियोगी के लिए भी पूरा-पूरा मौका है महाविजेता बनने का। अगले सप्ताह से नया सेगमेण्ट शुरू हो रहा है, इसलिए नये खिलाड़ियों का आज हम एक बार फिर आह्वान करते हैं। अपने मित्रों, दफ़्तर के कलीग, औ