Skip to main content

Posts

Showing posts with the label hind-yugm choices

वार्षिक गीतमाला से पहले वो गीत वो टॉप ५० में स्थान नही पा सके.

इससे पहले कि हम अपनी वार्षिक गीतमाला का शुभारम्भ करें, कुछ बातें हम साफ़ कर देना चाहेंगें. टॉप ५० गीत को आवाज़ के एक पैनल ने बहुत सोच विचार के बाद चुना है जिसमें मुख्य रूप से चार बातों का ध्यान रखा गया है. गीत का नया पन, गीत की मौलिकता, गीत की रिपीट वैल्यू, और गीत की लोकप्रियता. गौर करें कि गीत की लोकप्रियता इन बताये गए चार घटकों में से एक ही है, अर्थात ये हो सकता है कि कोई गीत बहुत लोकप्रिय होने के बावजूद आपको टॉप ५० से नदारद मिले और कोई गीत बहुत कम सुना गया हो पर अपनी मौलिकता, नयेपन, लंबे समय तक सुने जा सकने की योग्यता के दम पर इस सूची में स्थान प्राप्त कर पाने में सफल रहा हो. गीतों की अन्तिम सारणी हमने अपने सुधी श्रोताओं के वोटिंग के आधार पर निर्धारित की है. अन्तिम दिन टॉप १० गीतों के साथ साथ हम अपने श्रोताओं को वर्ष के ५ गैर फिल्मी गीत भी सुनवायेंगे. पर इससे पहले कि हम अपने टॉप ५० की तरफ़ बढ़ें सुन लेते हैं १० ऐसे गीत जो पिछले साल बेहद मकबूल हुए पर हमारे टॉप ५० में स्थान नही बना सके. १०. टल्ली - अगली और पगली - पिछले साल ये गीत खूब बजा पर न तो गाने में कोई नयापन है न ही रिपीट वैल्यू.

अपनी पसंद के साल 2008 के टॉप 10 गीत बतायें

आपकी नज़र में ऐसे कौन से 50 गाने हैं जो हमेशा सुने जायेंगे? हिन्द-युग्म के आवाज़ मंच पर आपने पूरे वर्ष गीतों का, गीत से जुड़ी बातों का आनंद लिया। महान कलाकारों से मिले। अपने 25 गीतों को एक-एक करके हिन्द-युग्म ने भी रीलिज किया। वर्ष 2008 के खत्म होने में अब बस एक सप्ताह शेष हैं। साल के अंत में देश का हर बड़ा-छोटा मनोरंजन उद्यम वर्ष भर में रीलिज हुए फिल्मी गीतों का काउंट-डाउन ज़ारी करता है। हमने भी सोचा कि इस तरह का एक प्रयास हिन्दी वेबसाइट की ओर से भी होना चाहिए। जबकि हिन्द-युग्म साल भर गीत-संगीत की बात कर रहा है, तब तो हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी बन जाती है। तो हिन्द-युग्म की आवाज़ टीम ने यह निर्णय लिया कि वर्ष 2008 के अंतिम 5 दिनों में (मतलब 27, 28, 29, 30 और 31 दिसम्बर 2008 को) शीर्ष 50 गीतों का काउंटडाउन चलायेगा। आवाज़ की टीम ने शीर्ष 50 गीतों का काउँटडाउन बनाते वक़्त इस बात का ध्यान रखा कि वो गीत चुने जायें, जिन्हें हो सकता है कि रेडियो/टीवी पर कम बजाया गया हो, लेकिन उनकी उम्र लम्बी हो। जैसाकि बहुत से ब्लॉगरों ने इस बात का खुलासा किया था कि इस साल के बहुत से चर्चित गीतों की धुन विदेशी धुन