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Showing posts with the label शीतल माहेश्वरी

दर्द के अलग-अलग रंग (बोलती कहानियाँ सीज़न 1) पॉडकास्ट # 29

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ ' बोलती कहानियाँ ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानी के हर प्रकार की कहानियाँ। बोलती कहानियाँ (सीज़न 1) केे पॉडकास्ट # 29 में आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं शीतल माहेश्वरी की कहानी " दर्द के अलग-अलग रंग ", रश्मि प्रभा के स्वर में। * *** * हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी ( शीतल माहेश्वरी की "दर्द के अलग-अलग रंग" ) यूट्यूब पर देखिये गाना पर सुनिये जियो सावन एंकर पर सुनिये गूगल पॉडकास्ट पर सुनिये स्पॉटिफ़ाइ पर सुनिये ऐपल पॉडकास्ट एमेज़ॉन म्यूज़िक प्राइम फेसबुक कहानी " दर्द के अलग-अलग रंग " का कुल प्रसारण समय 10 मिनट 36 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया boltikahaniyan.rpi@gmail.com पर सम्पर्क करें। Season 1; Podcast #29,

ऑडियो: बोझ (साधना वैद)

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने अनुराग शर्मा  के स्वर में उन्हीं की लघुकथा विदेह का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं साधना वैद  की कहानी "बोझ" , जिसे स्वर दिया है, शीतल माहेश्वरी ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 4 मिनट 9 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। साधना वैद आकाशवाणी पर रचनाओं का प्रसारण। प्रकाशित पुस्तकें - संवेदना की नम धरा पर; एक फुट के मजनू मियाँ; तीन अध्याय; मौन का दर्पण। अनेक साझा काव्य संग्रहों में व साहित्यिक पत्र पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी " बड़े-बड़े बोरे कंधे पर लटकाए दोनों डम्पिंग ग्राउंड की ओर जा रहे थे। " ( साधना वैद की "बोझ " से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर

ऑडियो: अम्मा की खाट (मधु चतुर्वेदी)

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में  गिरिजा कुलश्रेष्ठ  की लघुकथा तमाशा का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं मधु चतुर्वेदी की कहानी "अम्मा की खाट" , जिसे स्वर दिया है, शीतल माहेश्वरी ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 20 मिनट 25 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मधु चतुर्वेदी मधु चतुर्वेदी छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग नगर की निवासी हैं। फ़ेसबुक पर सक्रिय और लोकप्रिय लेखिका के प्रथम प्रकाशित कथा संग्रह 'मन अदहन' से प्रस्तुत है एक कहानी, 'अम्मा की खाट'। हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी हिंदी कथा साहित्य के प्राचीनतम चत्वरों में से एक, "बोलती कहानियाँ" नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करे

ऑडियो: तमाशा (गिरिजा कुलश्रेष्ठ)

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में साधना वैद्य  की लघुकथा फ़ैशनपरस्त का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं गिरिजा कुलश्रेष्ठ  की कहानी "तमाशा" , जिसे स्वर दिया है, शीतल माहेश्वरी ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 6 मिनट 55 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। गिरिजा कुलश्रेष्ठ आकाशवाणी पर रचनाओं का प्रसारण। प्रकाशित पुस्तकें - संवेदना की नम धरा पर; एक फुट के मजनू मियाँ; तीन अध्याय; मौन का दर्पण। अनेक साझा काव्य संग्रहों में व साहित्यिक पत्र पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी " माइक सम्हाले एक भारी भरकम आदमी ने बोलना शुरू किया। " ( गिरिजा कुलश्रेष्ठ की "तमाशा" से एक अंश ) नीचे के

ऑडियो: फ़ैशनपरस्त (साधना वैद)

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में गिरिजा कुलश्रेष्ठ  की लघुकथा बचत का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं साधना वैद  की लघुकथा "फ़ैशनपरस्त" , जिसे स्वर दिया है, शीतल माहेश्वरी ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 4 मिनट 9 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। साधना वैद आकाशवाणी पर रचनाओं का प्रसारण। प्रकाशित पुस्तकें - संवेदना की नम धरा पर; एक फुट के मजनू मियाँ; तीन अध्याय; मौन का दर्पण। अनेक साझा काव्य संग्रहों में व साहित्यिक पत्र पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी " आ गयीं महारानी? सिंगार पटार से फ़ुर्सत मिले तो काम की सुध आये न! " ( साधना वैद की "फ़ैशनपरस्त" से एक अंश ) नीचे के प्ल

ऑडियो: बचत (गिरिजा कुलश्रेष्ठ)

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में अनुलता राज नायर  की लघुकथा लाल स्कार्फ़ वाली लड़की का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं गिरिजा कुलश्रेष्ठ की लघुकथा "बचत" , जिसे स्वर दिया है, शीतल माहेश्वरी ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 7 मिनट 21 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। गिरिजा कुलश्रेष्ठ शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में व्याख्याता। छह पुस्तकें, पचास बाल–कहानियाँ, सत्तर बाल-कविताएँ, गीत, कहानियाँ व लघुकथाएँ प्रकाशित। हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी " मिस्टर ने मैरिज ऐनिवर्सरी पर डायमण्ड गिफ़्ट दिया है। " ( गिरिजा कुलश्रेष्ठ की "बचत" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल

ऑडियो: लाल स्कार्फ़ वाली लड़की (अनुलता राज नायर)

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने  शीतल माहेश्वरी  के स्वर में  अमित कुमार श्रीवास्तव  का व्यंग्य  एक मुलाक़ात प्याज़ से का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं अनुलता राज नायर की लघुकथा "लाल स्कार्फ़ वाली लड़की" , जिसे स्वर दिया है, शीतल माहेश्वरी ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 6 मिनट 38 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। अनुलता राज नायर भोपाल निवासी लेखिका और यादों का ईडियट बॉक्स की निर्मात्री। 250 से अधिक रेडियो रचनाएँ प्रसारित और एक पुस्तक प्रकाशित। हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी " लडकी भी उसकी उपस्थिति से अभ्यस्त हो चुकी थी सो उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं की... बस अपना घरौंदा बनाती रही... " ( अनुलता राज नायर की "लाल स्कार्फ़ वाली लड़की" से

ऑडियो: एक मुलाकात प्याज़ से (अमित श्रीवास्तव)

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने पूजा अनिल के स्वर में प्रियंका गुप्ता की हृदयस्पर्शी कथा " चांद " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं अमित कुमार श्रीवास्तव का व्यंग्य " एक मुलाकात प्याज़ से ", जिसको स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। इस प्रस्तुति का कुल प्रसारण समय 5 मिनट 3 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। अमित श्रीवास्तव: मोतीलाल नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज, इलाहाबाद से बीई; सम्प्रति: विद्युत विभाग, लखनऊ में अधीक्षण अभियंता; अनेक लेख समाचार पत्रों में प्रकाशित, एक कविता संकलन प्रकाशित। हर सप्ताह "बोलती कहानियाँ" पर सुनें एक नयी कहानी "हम बचपन से एक दूसरे के बहुत करीब रहे थे,कभी हम दोनों के बीच कुछ छुपा नह

ड्रेन में रहने वाली लड़कियाँ (असगर वजाहत)

लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने पूजा अनिल के स्वर में गौतम राजर्षि की 'एक फ़ौजी की डायरी' का अंश  सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं, असगर वजाहत की कथा ड्रेन में रहने वाली लड़कियाँ , जिसे स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। इस कहानी ड्रेन में रहने वाली लड़कियाँ  का कुल प्रसारण समय 10 मिनट 33 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। रात के वक्त़ रूहें अपने बाल-बच्चों से मिलने आती हैं।  ~ असगर वजाहत हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "सरला से मिलने कोई नहीं आया था।” ( असगर वजाहत की कथा "ड्रेन में रहने वाली लड़कियाँ " से एक अंश ) नीचे के

ऑडियो: व्यंग्य - आलोचना (शरद जोशी)

'सुनो कहानी' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा लिखित लघुकथा " बिग क्लाउड 2016 " का पॉडकास्ट उन्हीं के स्वर में सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं शरद जोशी लिखित व्यंग्य " आलोचना ", जिसको स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। प्रस्तुत व्यंग्य का गद्य " हिन्दी समय " पर उपलब्ध है। "आलोचना" का कुल प्रसारण समय 12 मिनट 41 सेकंड है। सुनिए और बताइये कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। लेखन मेरा निजी उद्देश्य है ... मैं इससे बचकर जा भी नहीं सकता। ~ पद्मश्री शरद जोशी (जन्म 21 मई 1931; उज्जैन) हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी "लेखक का साहित्य के विकास में महत्व है या नहीं है यह विवादास्पद विषय हो सकता है पर किसी साहित्यिक के विकास

लाल पीली लड़की (उषा किरण)

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में हरिशंकर परसाई की व्यंग्य कथा " शर्म की बात पर ताली पीटना " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं उषा किरण की कथा " लाल पीली लड़की ", जिसको स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। इस प्रस्तुति का कुल प्रसारण समय 21 मिनट 17 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। उषा किरण: जन्म: 7 सितम्बर 1957, नगीना (बिजनौर); शिक्षा: एम.ए., पी-एच.डी.; मेरठ कॉलेज में ललित-कला विभाग की अध्यक्षा। अनेक शहरों में चित्रकला प्रदर्शनियाँ। चार साझा संग्रह तथा प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में कहानी, कविता एवम् आलेख प्रकाशित। हर सप्ताह "बोलती कहानियाँ" पर सुनें एक नयी कहानी "उसने मुक्के मार-मार

हरिशंकर परसाई: शर्म की बात पर ताली पीटना

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में संतोष श्रीवास्तव की कथा " चित्रों की ज़ुबान " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं हरिशंकर परसाई का व्यंग्य " शर्म की बात पर ताली पीटना ", जिसको स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। इस प्रस्तुति का कुल प्रसारण समय 10 मिनट 44 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। रचना का गद्य " हिंदी समय " पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मेरी जन्म-तारीख 22 अगस्त 1924 छपती है। यह भूल है। तारीख ठीक है। सन् गलत है। सही सन् 1922 है। ।  ~ हरिशंकर परसाई (22 अगस्त, 1922 - 10 अगस्त, 1995) हर सप्ताह "बोलती कहानियाँ" पर सुनें एक नयी कहानी "जितना लाइट और लाउडस्पीकर वालों को दोगे, कम से कम उतना

चित्रों की ज़ुबान (संतोष श्रीवास्तव)

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ 'बोलती कहानियाँ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी की आवाज़ में हरिशंकर परसाई का व्यंग्य ' पुराना खिलाड़ी" (उर्फ़ अपनी अपनी बीमारी) ' का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं संतोष श्रीवास्तव की कथा 'चित्रों की ज़ुबान' , शीतल माहेश्वरी के स्वर में। कथा "चित्रों की ज़ुबान" का कुल प्रसारण समय 27 मिनट 17 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस कथा का गद्य अंतरराष्ट्रीय द्वैभाषिक मासिक सेतु पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। जबलपुर में जन्मी संतोष श्रीवास्तव हिंदी साहित्य का एक पहचाना हस्ताक्षर हैं। वे कालिदास पुरस्कार, महाराष्ट्र राज्य साहित्य अकादमी प

ऑडियो: पुराना खिलाड़ी (हरिशंकर परसाई)

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने  अनुराग शर्मा की आवाज़ में मधुदीप की लघुकथा " पुत्रमोह " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं हरिशंकर परसाई का व्यंग्य " पुराना खिलाड़ी " (उर्फ़ अपनी अपनी बीमारी ), जिसको स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। इस प्रस्तुति का कुल प्रसारण समय 9 मिनट 39 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। रचना का गद्य " गद्यकोश " पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। मेरी जन्म-तारीख 22 अगस्त 1924 छपती है। यह भूल है। तारीख ठीक है। सन् गलत है। सही सन् 1922 है। ।  ~ हरिशंकर परसाई (22 अगस्त, 1922 - 10 अगस्त, 1995) हर सप्ताह "बोलती कहानियाँ" पर सुनें एक नयी कहानी "हमें बैठते ही समझ में आ गया कि ये नहीं देंगे। वे भी ये सम

ऑडियो: बर्थ नम्बर तीन (गौतम राजर्षि)

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ 'बोलती कहानियाँ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी  की आवाज़ में शिवम खरे की लघुकथा " गरीबी रेखा का कार्ड " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं कर्नल गौतम राजर्षि की मर्मस्पर्शी कहानी " बर्थ नम्बर तीन ", शीतल माहेश्वरी  के स्वर में। " बर्थ नम्बर तीन " का कुल प्रसारण समय 11 मिनट 25 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस लघुकथा का टेक्स्ट पाल ले इक रोग नादाँ पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। हवा जब किसी की कहानी कहे है नये मौसमों की जुबानी कहे है फ़साना लहर का जुड़ा है ज़मीं से समुन्दर मगर आसमानी कहे है ~  गौतम राजर्षि हर सप्ताह यहीं पर सु

गरीबी रेखा का कार्ड (शिवम् खरे)

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ 'बोलती कहानियाँ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने  पूजा अनिल  की आवाज़ में अनुराग शर्मा की लघुकथा " अंधा प्यार " का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं शिवम खरे की लघुकथा " गरीबी रेखा का कार्ड ", शीतल माहेश्वरी  के स्वर में। " गरीबी रेखा का कार्ड " का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 30 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस लघुकथा का टेक्स्ट भारत दर्शन पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। शिवम् खरे (MTech) - पन्ना, मध्यप्रदेश में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था में अधीक्षक पद पर कार्यरत। बचपन से लिखने का शौक, एक हास्य-व्यंग्य संग्रह "मेरी दुस्साहस कृतियाँ" शीर्षक के

ऑडियो: पॉकेटमनी (राशि सिंह)

लोकप्रिय स्तम्भ " बोलती कहानियाँ " के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने पूजा अनिल के स्वर में मनु बेतख़ल्लुस  की लघुकथा " रंग " का वाचन सुना था। आज प्रस्तुत है  राशि सिंह  की लघुकथा पॉकेटमनी , जिसे स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। प्रस्तुत लघुकथा " पॉकेटमनी " का कुल प्रसारण समय 3 मिनट 5  सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं आदि को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। ज़िंदगी हमें उलझनों में उलझाकर अपने धीरे-धीरे गुज़रते जाने का एहसास भी नही होने देती। ~ राशि सिंह हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "पॉकेट मनी" मान्या ने मासूमियत से कहा।" ( राशि सिंह की लघुकथा 'पॉकेटमनी' से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से

बोलती कहानियाँ: गाय (लघुकथा)

लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में निरञ्जन धुळेकर  की लघुकथा " छन्न " का वाचन सुना था। आज प्रस्तुत है  वीरेंद्र भाटिया  की लघुकथा गाय , जिसे स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। प्रस्तुत लघुकथा " गाय " का कुल प्रसारण समय 4 मिनट 33 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं आदि को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। कोई पशु अपने साथी को नहीं खाता। जिसे खाता है उसे मालूम है कि मैं इसका भोजन बनूंगा। इधर नहीं मालूम। आदमी कब साथी को खा जाए साथी को नहीं मालूम। ~ वीरेंद्र भाटिया हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "हाईवे पर फर्र फर्र आ जा रहे थे वाहन, हाईवे पार करती गाय ट्रक स

ऑडियो लघुकथा: छन्न

लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में अर्चना तिवारी  की लघुकथा " उड़नपरी " का वाचन सुना था। आज प्रस्तुत है निरञ्जन धुळेकर  की लघुकथा छन्न , जिसे स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। प्रस्तुत लघुकथा " छन्न " का कुल प्रसारण समय 5 मिनट 11 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं आदि को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। प्यार इसीलिए करना चाहिए ताकि, पता चल जाए कि प्यार क्यों नही करना चाहिए! ~ निरञ्जन धुळेकर हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "थकान से मैं कभी नही सोया ... कल खाना मिलेगा ये पता होता तो नींद मेरा भी पता ढूंढ ही लेती।" ( निरञ्जन धुळेकर की लघुकथा 'छन्न

ऑडियो लघुकथा: उड़नपरी

लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने पूजा अनिल के स्वर में सुधीर द्विवेदी  की लघुकथा " जंग " का वाचन सुना था। आज प्रस्तुत है  अर्चना तिवारी  की लघुकथा उड़नपरी , जिसे स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। प्रस्तुत लघुकथा " उड़नपरी " का कुल प्रसारण समय 5 मिनट 21 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं आदि को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। हमने बच्चों को कच्ची मिट्टी ही समझ रखा है। जबकि वास्तविकता यह है कि सृष्टि ने पहले से ही हर बच्चे में रचनात्मकता भर कर हमें सौंपा है। ~  अर्चना तिवारी हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "ममा मैं सलवार-कुर्ता नहीं पहनूंगी, मुझे गर्मी लगती है।" ( अर्चना तिव