tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post8107382362598439282..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: ख्याल-ए-यार सलामत तुझे खुदा रखे...जिगर मुरादाबादी की ग़ज़ल और शिशिर की आवाज़Sajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-19253188289958476632009-03-09T18:39:00.000+05:302009-03-09T18:39:00.000+05:30जिगर साहेब की ग़ज़ल और शिशिर जी की आवाज़ सोने में ...जिगर साहेब की ग़ज़ल और शिशिर जी की आवाज़ सोने में सुहागा...युग्म पर अब तक मिली श्रेष्ठ प्रस्तुति... अविस्मरणीय. बधाई...आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल'http://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-77444900130745526182009-03-10T16:01:00.000+05:302009-03-10T16:01:00.000+05:30ये ग़ज़ल कुछ आसान नहीं थी पर न सिर्फ आपने बहुत ही ...ये ग़ज़ल कुछ आसान नहीं थी पर न सिर्फ आपने बहुत ही खूबसूरत धुन दी इसे पर गाया भी बहुत खूब है. मुझे आपकी सुनी हुई अब तक की सबसे बढ़िया ग़ज़ल लगी येसजीव सारथीhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-56779591640686400132009-03-10T16:08:00.000+05:302009-03-10T16:08:00.000+05:30शिशिर जी,'एहतेराम' के बहुत दिनों के बाद हम...शिशिर जी,<br><br>'एहतेराम' के बहुत दिनों के बाद हमें आपको सुनने का अवसर मिला। लेकिन इंतज़ार का फल मीठा रहा। लेकिन अगली बार ज्यादा इंतज़ार न करायें।शैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.com