tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post5533454157508295620..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: जयशंकर प्रसाद की कविता का सुरबद्ध और संगीतबद्ध रूप (परिणाम)Sajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger33125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-46986502071189222372009-06-07T11:37:33.033+05:302009-06-07T11:37:33.033+05:30स्वप्न मंजूषा जी, कृष्ण राज और धर्मेन्द्र जी सभी क...स्वप्न मंजूषा जी, कृष्ण राज और धर्मेन्द्र जी सभी को ढेरों बधाईयाँ, कृष्ण राज ने जटिल कविताओं को भी सुरों में सजाकर उम्मीदें जगाई है. ये युग्म की सफलता है कि हम ऐसे ऐसे छुपे हुए हीरे खोजने में सफल हुए हैं. ले ले जी आपने भाव बहुत अच्छा पकडा है अगले बार और मेहनत से रिकॉर्डिंग कीजियेगा....सजीव सारथीhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-44490832917809212482009-06-07T12:38:54.447+05:302009-06-07T12:38:54.447+05:30स्वप्न मंजूषा जीबहुत सुन्दर मनहर प्रस्तुति पर एवम्...स्वप्न मंजूषा जी<br>बहुत सुन्दर मनहर प्रस्तुति पर एवम् पुरस्कृत होने पर बधाई<br>कृष्ण राज व धर्मेन्द्र जी आप भी साधुवाद के पात्र हैं आप सभी गायक ,संगीतज्ञ शब्द को पैरह~<br>[पोशाक] पहना कर अभिनव कार्य कर रहे हैं-विस्तार दे रहे हैंश्याम सखा 'श्याम'http://www.blogger.com/profile/13644251020362839761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-25469076123738520812009-06-07T13:46:38.976+05:302009-06-07T13:46:38.976+05:30अभी सुन नहीं पाई हूँ ,पर एक अनूठे प्रयास के लिए सर...अभी सुन नहीं पाई हूँ ,पर एक अनूठे प्रयास के लिए सर्वप्रथम आदित्य जी को दिल से शुक्रिया करना चाहती हूँ ,जय शंकर प्रसाद जी की इस अमूल्य कृति को स्वर देने पर सभी पुरुस्कृत प्रतिभागियों को बहुत बहुत मुबारकवाद |<br>ऐसे आयोजनों की संख्या में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि हो ,ईश्वर से यही प्रार्थना है |neelamhttp://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-74575719810586054732009-06-07T13:50:07.314+05:302009-06-07T13:50:07.314+05:30humaara naam pratibhaagiyon me bhi nahi ,ab hum na...humaara naam pratibhaagiyon me bhi nahi ,ab hum naaraz ho gaye hain .<br>kam se kam 5 baar record kiya tha koi baat nahi .neelamhttp://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-21551308052372290612009-06-07T14:43:44.601+05:302009-06-07T14:43:44.601+05:30चमत्कृत रह गया कण्टेट की विविधता और गुणवत्ता देख क...चमत्कृत रह गया कण्टेट की विविधता और गुणवत्ता देख कर। अपने साथ सारे टीम मेम्बर्स के लिए साधुवाद स्वीकार करिए। इस समय भी 'अरुण यह मधुमय देश हमारा' बज रहा है।<br><br>अब यदि निराला जी की रचना 'राम की शक्ति पूजा' को भी स्वर दे दें तो क्या बात हो ! लम्बी कविता के प्रारम्भ की लाइनें दे रहा हूँ:<br><br>रवि हुआ अस्त ज्योति के पत्र पर लिखा अमर<br>रह गया राम-रावण का अपराजेय समर।<br>आज का गिरिजेश राव Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-20256813757399491922009-06-07T14:57:50.733+05:302009-06-07T14:57:50.733+05:30सबको हार्दिक बधाई,मञ्जूषा जी का स्वर अति मधुर है.....सबको हार्दिक बधाई,मञ्जूषा जी का स्वर अति मधुर है.......कविता के सौंदर्य को एक नई ज़िन्दगी देने के लिए हिंद-युग्म को बधाई....रश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-83701664502245097282009-06-07T16:17:29.091+05:302009-06-07T16:17:29.091+05:30वाह वाह वाह। प्रसाद जी की कविता को इतना मीठा स्वर ...वाह वाह वाह। प्रसाद जी की कविता को इतना मीठा स्वर देने के लिए मंजूषा जी,कृष्ण कुमार जी तथा धर्मेन्द्र जी को बहुत-बहुत साधुवाद और युग्म को बधाई। इसप्रकार की प्रतियोगिताओं के द्वारा साहित्य की उत्कृष्ट कृतियों को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य निश्चय ही प्रशंसनीय है।शोभाhttp://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-42503896666734663662009-06-07T16:51:02.967+05:302009-06-07T16:51:02.967+05:30छायावाद की जिन चार विभूतियों का जिक्र आपने किया है...छायावाद की जिन चार विभूतियों का जिक्र आपने किया है, उनकी कवितायें अपनी गीतात्मकता के लिये सर्वप्रतिष्ठित और समादृत हैं । इन चारों कवियों की अन्यान्य कवितायें गीतात्मक तत्वों से युक्त हैं । प्रसाद जी की अन्य कविताओं को सुरबद्ध और संगीतबद्ध किया जाना चाहिये, और जैसा कि गिरिजेश जी ने कहा- निराला की कविता ’राम की शक्तिपूजा’ भी एक अनोखा चयन सिद्ध होगा । कारण इसका नाद सौन्दर्य । आखिर नाद भी तो संगीत काहिमांशु । Himanshuhttp://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-70754721555459547322009-06-07T21:13:04.772+05:302009-06-07T21:13:04.772+05:30सर्वप्रथम, विजेताओं को हार्दिक बधाई. स्वप्न मंजूषा...सर्वप्रथम, विजेताओं को हार्दिक बधाई. स्वप्न मंजूषा जी की आवाज़, और कृष्ण राज जी का संगीत और आवाज़ दोनों ही वाकई गज़ब रहे. मनोहर लेले जी के स्वर ने सहगल युग की याद दिला दी. हाँ, उनकी लय में वह सहजता नहीं दिखी. धर्मेंद्र कुमार सिंह की आवाज़ अच्छी है, यदि वे अपने उच्चारण पर ध्यान दें तो सफलता उन्हें ढूंढती आयेगी. <a href="http://podcast.hindyugm.com/2009/05/Smart Indian - स्मार्ट इंडियनhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-69577050907439148362009-06-07T22:06:07.786+05:302009-06-07T22:06:07.786+05:30bबहुत सुन्दर प्रस्तुति है स्वपन मंजूशा जी श्री कृ्...bबहुत सुन्दर प्रस्तुति है स्वपन मंजूशा जी श्री कृ्ष्णराज जी और धर्मेन्द्र जी को बहुत बहुत बधाई और आप्को सहित्य कला के प्रोत्साहन के लिये बहुत बहुत शुभकामनायें ये सची साधना हैनिर्मला कपिलाhttp://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-66581687251572308952009-06-08T00:57:23.970+05:302009-06-08T00:57:23.970+05:30मञ्जूषा जी की आवाज़ सुन कर तो हम डूब ही गए | दंग र...मञ्जूषा जी की आवाज़ सुन कर तो हम डूब ही गए | दंग रह गए संकल्पना करने वाले पर कि जय शंकर प्रसाद की रचना को इस तरह स्वर और संगीत मिल पायेगा | कृष्ण राज कुमार जी को भी बधाई |sangeeta sethinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-44424300917749282562009-06-08T09:34:58.953+05:302009-06-08T09:34:58.953+05:30अद्भुत,सुरमय,मधुर,सभी को सुनना सुखद है। बधाई।अद्भुत,सुरमय,मधुर,सभी को सुनना सुखद है। बधाई।Archanahttp://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-26561739872450991822009-06-08T12:02:36.187+05:302009-06-08T12:02:36.187+05:30आप तीनों को बहुत बहुत बधाई!!हिन्द युग्म का यह प्रय...आप तीनों को बहुत बहुत बधाई!!<br>हिन्द युग्म का यह प्रयास प्रश्स्य है।<br>अभिवादन...aryamannoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-25361316661822339442009-06-08T12:09:13.880+05:302009-06-08T12:09:13.880+05:30प्रसाद जी की ही "बीती विभावरी, जाग री!...&quo...प्रसाद जी की ही "बीती विभावरी, जाग री!..." को भी स्वरबद्ध करें तो बहुत अच्छा रहे।aryamannoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-13794451989507726072009-06-08T16:49:06.079+05:302009-06-08T16:49:06.079+05:30Kisi 'Error' ki vajah se sun to nahin paya...Kisi 'Error' ki vajah se sun to nahin paya, kintu vijetaon ko badhai. Is anuthe pryas ke liye aapko bhi shubhkaamnayein.अभिषेक मिश्रhttp://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-42736910569432325262009-06-08T17:49:06.613+05:302009-06-08T17:49:06.613+05:30सच में शैल जी की आवाज का जादू सर चढ़कर बोल रहा है,...सच में शैल जी की आवाज का जादू सर चढ़कर बोल रहा है,,,,,,<br>बहुत भला लगा तीनो को सुनना,,,<br>हिंद-युग्म को इस शानदार आयोजन की बधाई,,,manuhttp://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-33564862761712907332009-06-08T18:44:32.575+05:302009-06-08T18:44:32.575+05:30इतना ही कहना पर्याप्त होना चाहिये कि तीनों ही प्रस...इतना ही कहना पर्याप्त होना चाहिये कि तीनों ही प्रस्तुतियां एक दूजे से बढ़्कर है.<br><br>यह कविता अनेकों बार पढी है,पर धुन का अपना ही आनन्द होता है. आज एक नहीं कई कई बार सुनता ही रहा ,इन मधुर गायकों की 'आवाज़'.<br>हिन्द-युग्म को इस आयोजन पर बधाई.डा.अरविन्द चतुर्वेदी Dr.Arvind Chaturvedinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-19615546540608143152009-06-08T19:06:27.264+05:302009-06-08T19:06:27.264+05:30मैं पोलिकाली सही होने की कोई कोशिश नहीं करूँगा, मै...मैं पोलिकाली सही होने की कोई कोशिश नहीं करूँगा, मैंने सभी स्वरों को बहुत ध्यान से सुना, सुनते समय या सुनने के बाद जो संतुष्टि मंजूषा जी के गायन से मिली वर्णनातीत है, इस कविता को बचपन में कई बार पढ़ा, कई बार समवेत स्वरों में गाते हुए भी सुना, परन्तु आज मंजूषा जी के स्वर ने इसका सही मायना बताया, इससे अच्छी धुन इस कविता की मैंने नहीं सुनी, उनकी आवाज़ ने कविता के एक एक शब्द में वही भावना डाली जो भावनाparimalhttp://www.blogger.com/profile/06587620497676437010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-40967637820971200182009-06-09T00:23:32.558+05:302009-06-09T00:23:32.558+05:30हिंदी युग्म का प्रयास सराहनीय है, सबकी कोशिश बहुत ...हिंदी युग्म का प्रयास सराहनीय है, सबकी कोशिश बहुत अच्छी लगी, मंजूषा जी की आवाज़ बहुत मधुर लगी, कृष्ण राजकुमार ने अच्छी कोशिश की और सफल भी हुएManav Sharmanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-82469698209762297112009-06-09T00:23:32.557+05:302009-06-09T00:23:32.557+05:30हिंदी युग्म का प्रयास सराहनीय है, सबकी कोशिश बहुत ...हिंदी युग्म का प्रयास सराहनीय है, सबकी कोशिश बहुत अच्छी लगी, मंजूषा जी की आवाज़ बहुत मधुर लगी, कृष्ण राजकुमार ने अच्छी कोशिश की और सफल भी हुएManav Sharmanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-36085463883602225772009-06-09T19:07:15.694+05:302009-06-09T19:07:15.694+05:30Sab ko hardik bhadahie.Hind Yugm apne peryash mei ...Sab ko hardik bhadahie.Hind Yugm apne peryash mei safal huaa.Esi taraha hamei "Kamayani" bhi sunane ko mile.<br>Aati uttam.<br><br><br>Manju Gupta.Manju Guptahttp://www.blogger.com/profile/10464006263216607501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-54920656970587453202009-06-09T21:09:39.077+05:302009-06-09T21:09:39.077+05:30मंजूषा जी बहुत खूब गया बधाई .आदित्य जी हिंदी के लि...मंजूषा जी बहुत खूब गया बधाई .आदित्य जी हिंदी के लिए जो आप ने किया है तारीफ के काबिल है .और जितने भी लोगों ने भाग लिया है उस सभी को बधाई क्यों की उन्होंने ही इस को सफल बनाया है .<br>हिन्दयुग्म को बधाई <br>सादर<br>रचनाrachananoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-40170545733123030582009-06-09T21:17:28.335+05:302009-06-09T21:17:28.335+05:30आदित्य जी ने ठीक किया की दोनों को प्रथम स्थान दिया...आदित्य जी ने ठीक किया की दोनों को प्रथम स्थान दिया कृष्ण जी ने तो कमाल ही कर दिया है .एक दम नई दिशा दी इस गीत को .आप ने संगीत भी बहुत अच्छा दिया है .<br>सुन के दिल खुश होगया <br>रचनाrachananoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-44432393705677491692009-06-10T01:00:18.307+05:302009-06-10T01:00:18.307+05:30मै सभी को बहुत बहुत बधाई देता हुं सभी की आवाज बहुत...मै सभी को बहुत बहुत बधाई देता हुं सभी की आवाज बहुत अच्छी लगी, मधुर लगी, आप का भी धन्यवादराज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-80769567035542233302009-06-10T06:11:08.217+05:302009-06-10T06:11:08.217+05:30स्वप्न मञ्जूषा जी, कृष्ण राज जी और दर्मेंद्रा राज ...स्वप्न मञ्जूषा जी, कृष्ण राज जी और दर्मेंद्रा राज जी सभी को बधाई अरु साथ ही हिन्दयुग्म को कामयाबी की मुबारकबाद.Shamikh Farazhttp://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.com