tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post5504978251404319057..comments2023-12-22T22:05:31.680+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: छोटी सी कहानी से, बारिशों के पानी से - 'एक गीत सौ कहानियाँ' की पहली कड़ी में यादें पंचम के इस कालजयी गीत कीSajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-82475709221612362372012-01-04T14:50:31.190+05:302012-01-04T14:50:31.190+05:30नए स्तंभ की शुरुआत गुलज़ार साहब और पंचम दा के गीत ...नए स्तंभ की शुरुआत गुलज़ार साहब और पंचम दा के गीत से हुई है..अपने आप में बड़ी मधुर बात है. जानने भी मिला जो ताना बाना था इस गीत को बनने में...नए वर्ष में इस मनोहर प्रस्तुति के लिए धन्यवाद! शुभकामनायें!Reetesh Kharehttps://www.blogger.com/profile/11722875725649067490noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-58383892290770667142012-01-04T12:15:46.843+05:302012-01-04T12:15:46.843+05:30नए स्तम्भ का प्रारूप लुभावना है। मैं स्तम्भ के लोक...नए स्तम्भ का प्रारूप लुभावना है। मैं स्तम्भ के लोकप्रिय होने की कामना करता हूँ। शुरुआती दौर में कुछ ऐसे भी संगीतकार हुए हैं, जिन्होने संसाधन न होते हुए भी चमत्कारपूर्ण संगीत रचे हैं। भविष्य में ऐसे गीतों की रचना प्रक्रिया पढ़ने और सुनने की इच्छा है।कृष्णमोहनhttps://www.blogger.com/profile/18359511255337041801noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-76003453457267509792012-01-04T10:44:23.601+05:302012-01-04T10:44:23.601+05:30मेरे सबसे पसंदीदा गीतों में से एक, इस तिकड़ी के क्...मेरे सबसे पसंदीदा गीतों में से एक, इस तिकड़ी के क्या कहनेSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.com