tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post5025071781408299644..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: होली के रंगों के साथ वापसी 'एक गीत सौ कहानियाँ' की...Sajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-65131353732520836482017-08-19T05:24:40.639+05:302017-08-19T05:24:40.639+05:30बड़ी मछली छोटी मछली को निगल जाती है ऐसा तो सुनते ...बड़ी मछली छोटी मछली को निगल जाती है ऐसा तो सुनते आए हैं लेकिन एक कलाकार को दूसरा कलाकार दाद ना दे तो बड़ी दुख की बात होती है. तब वह तात्विक रूप से तो कलाकार नहीं रहता व्यावसायिक रुप से जरूर रहता है चाहे फिर वह मंगेशकर बहनें हों या यह प्रकरण जो सौम्या बहन ने बतायाDr D.G.Pancholihttps://www.blogger.com/profile/11540708291567353440noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-28084821590281831722014-04-21T20:48:59.711+05:302014-04-21T20:48:59.711+05:30Saumya Joshi ji, Apne bhi bahut achchhi jaankaari ...Saumya Joshi ji, Apne bhi bahut achchhi jaankaari jodi. ShukriyaPramod Sharmanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-59098452584338235742014-04-17T12:11:37.213+05:302014-04-17T12:11:37.213+05:30भाईसाहब, आप जिसे पारंपरिक गीत/रचना बता रहे है वो द...भाईसाहब, आप जिसे पारंपरिक गीत/रचना बता रहे है वो दरअसल गुजरात के अपने समय के मशहूर कवि रघुनाथ ब्रहमभट्ट जी ने लिखा हुआ है, जो ‘रसकवि’ के नाम से मशहूर है| १९१९में गुजराती नाट्यजगत में एक नाटक बहुत मशहूर हुआ था, जिसका नाम था ‘छत्र विजय’| जिसमें यह हिंदी गीत रखा गया था| चालीस साल के बाद “मुग़ल-ए-आज़म” फिल्म में यह गीत ज्यों का त्यों लिया गया| हालाकि फ़िल्ममें जैसे आपने बताया, शकील बदायूंनीजी का नाम Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116355800747386930noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-54976859680018759352014-03-16T08:31:52.490+05:302014-03-16T08:31:52.490+05:30welcome back sujoy with this new season, u r as us...welcome back sujoy with this new season, u r as usual wonderful :)Sajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-32851206527046325792014-03-15T23:07:34.337+05:302014-03-15T23:07:34.337+05:30जनता का प्यार ही सबसे बड़ा पुरुष्कार है।जनता का प्यार ही सबसे बड़ा पुरुष्कार है।भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-56990142716297072332014-03-15T21:30:35.342+05:302014-03-15T21:30:35.342+05:30सुजॉय जी की ये श्रृंखला पुन: शुरू करने के लिये धन...सुजॉय जी की ये श्रृंखला पुन: शुरू करने के लिये धन्यवाद। मज़ा आ जाता है उनके शोधपरक आलेखों से।cgswarhttps://www.blogger.com/profile/10205871790688504261noreply@blogger.com