tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post4675801014025881908..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: 'ओल्ड इज़ गोल्ड शनिवार विशेष' - २७ 'अनिल बिस्वास पर केन्द्रित विविध भारती की यादगार शृंखला 'रसिकेशु' के बनने की कहानी संगीतकार तुषार भाटिया की ज़बानी'Sajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-70099778394496037242011-01-29T16:12:45.379+05:302011-01-29T16:12:45.379+05:30तुषार जी आपकी एक एक बात सीधे दिल से निकली है और यह...तुषार जी आपकी एक एक बात सीधे दिल से निकली है और यहाँ भी सील तक पहुंची है, आज आपके माध्यम से अनिल दा के बारे में जानना बेहद सुखद रहा.....really u made our day thanksसजीव सारथीhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-57507647623003564332011-01-29T22:44:58.860+05:302011-01-29T22:44:58.860+05:30अत्यंत आभार आपको और तुषार भाटिया जी को.अनिल दा वास...अत्यंत आभार आपको और तुषार भाटिया जी को.<br>अनिल दा वास्तव में महान संगीतकार थे. <br>मुझे अफ़सोस है कि मैंने रसिकेशु श्रृंखला नहीं सुनी. पर टीवी पर अनिल दा के कुछ इंटरव्यू देखे/सुने हैं.<br>श्यामल भाटिया जी की तरह मुझे भी मीना दीदी का 'कुछ और ज़माना कहता है' बहुत पसंद है और जब भी सुनता हूँ सचमुच रोंगटे खड़े हो जाते हैं.<br>बहुत बहुत धन्यवाद.<br>अवध लालAVADHhttp://www.blogger.com/profile/10249724769054535628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-85245932978573933812011-01-30T12:49:50.505+05:302011-01-30T12:49:50.505+05:30सुजॉय जी,आपकी मेहनत की जितनी दाद दी जाए, कम होगी। ...सुजॉय जी,<br>आपकी मेहनत की जितनी दाद दी जाए, कम होगी। आपने तुषार जी से हमारी मुलाकात करवाई और फिर आप दोनों ने मिलकर अनिल दा से हमारा जो परिचय करवाया, उसके लिए आपकी किन शब्दों में तारीफ़ करूँ।<br><br>अनिल दा के बारे में मैं पहले न के बराबर जानता था और उनके गाने भी लगभग नहीं हीं सुने थे। अब इसे मेरी बदकिस्मती हीं कहिए, लेकिन आपके कारण आज सभी गानों का मैंने रसास्वादन किया और जाना कि संगीत की ऊँचाई विश्व दीपकhttp://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.com