tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post4118144356596329123..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: सूफ़ी संगीत: भाग दो - नुसरत फ़तेह अली ख़ान साहब की दिव्य आवाज़Sajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-59564992739151464142008-08-21T19:14:00.000+05:302008-08-21T19:14:00.000+05:30इस जीवंत आवाज को सुनने के बाद कोई क्या कह सकता हैइस जीवंत आवाज को सुनने के बाद कोई क्या कह सकता हैdcpaliwalnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-61098420596688692702008-08-21T21:31:00.000+05:302008-08-21T21:31:00.000+05:30इतनी दुर्लभ जानकारी और सूफियाना संगीत इंटरनेट पर श...इतनी दुर्लभ जानकारी और सूफियाना संगीत इंटरनेट पर शायद ही कहीं और उपलब्ध होंगे। अशोक जी, आप बहुत बढ़िया स्तम्भ चला रहे हैं। मैं तो डूब गया संगीत में। आपने पोस्ट का शीर्षक ठीक लिखा है, सच में दिव्य आवाज़ है।शैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-19209055418792861352008-08-22T07:41:00.000+05:302008-08-22T07:41:00.000+05:30अशोक भाई जिन दिनों मैं कॉलेज में था, हमारी पूरी मं...अशोक भाई जिन दिनों मैं कॉलेज में था, हमारी पूरी मंडली जगजीत को सुनती थी दिन रात, एक दिन खालसा कॉलेज में एक दोस्त के दोस्त से मुलाकात हुई, तो वो कहने लगे की जगजीत तो कभी पंचम से उपर उठते ही नही अगर रेंज सुननी है तो ये सुनिए, और उन्होंने अपनी गाड़ी में नुसरत साहब की आवाज़ चला दी, तब का दिन है और आज तक जगजीत तो अब भी मन में हैं पर नुसरत साब को सुनना तो अब रोज की आदत हो गई है, आप बस ऑंखें बंद कर लें सजीव सारथीhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-54940960380916430302008-08-22T12:43:00.000+05:302008-08-22T12:43:00.000+05:30भई वाह क्या जानकारी दी है आपने, पढ़कर अच्छा लगा-ख़्...भई वाह क्या जानकारी दी है आपने, पढ़कर अच्छा लगा-ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती से लेकर बुल्ले शाह तक का सफर भारत में।Nitish Rajhttp://www.blogger.com/profile/05813641673802167463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-22103286731374479082009-05-01T09:20:00.000+05:302009-05-01T09:20:00.000+05:30Ashok bhai sahitya aur sufisam ke bare itni pukhta...Ashok bhai sahitya aur sufisam ke bare itni pukhta, sanjida aur interesting jankari dene ke lie mubarakbad.Balwant Gurunayhttp://www.blogger.com/profile/05864086511661067246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-41289174952638098602011-02-11T07:22:05.851+05:302011-02-11T07:22:05.851+05:30अक्सर नुसरत साहब को सुनती हूँ.जब भी आँखें बंद कर ...अक्सर नुसरत साहब को सुनती हूँ.जब भी आँखें बंद कर डूबने की इच्छा होती है ऐसे ही किसी गीत को सुनती हूँ .वो किसी भी गायक का हो,फ़िल्मी या गैर फ़िल्मी.जो डूबा दे वो संगीत.<br>इस डूबने का अपना मजा है.आत्मा तृप्त हो जाती है जैसे.<br>हाँ यहाँ न आके मैंने दिव्य गायकी का और 'रस' ना ले पाने की 'गुस्ताखी' ही की है.यहाँ तो सूफी संगीत का अकूत खजाना भरा हुआ है. जियो..ये जो आप कर रहे हैं किसी इंदु पुरी गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/03517929821866304468noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-81262609511537961252011-05-27T07:02:08.693+05:302011-05-27T07:02:08.693+05:30अद्भुत !अद्भुत !Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com