tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post1212746580491837163..comments2024-03-28T11:13:07.608+05:30Comments on रेडियो प्लेबैक इंडिया: प्रलय के बाद भी बचा रहेगा लता मंगेशकर का पावन स्वर !Sajeevhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-57211039067990836562008-09-28T19:46:00.000+05:302008-09-28T19:46:00.000+05:30आपके द्वारा कही गई हर बात अकाट्य सत्य है.जिसे कोई ...आपके द्वारा कही गई हर बात अकाट्य सत्य है.जिसे कोई भी नही नकार सकता.कोई विरला ही होगा जो लता जी की सुरीली आवाज़ से परचित नही होगा....<br>लता जी को बतलाता ये लेख अपने साथ अपनी भावनाओ में डूबा ले जाता है और लगता है अभी खत्म नही होना चाहिए.दीपालीhttp://www.blogger.com/profile/17652883863725421545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-13677249860722413342008-09-28T19:51:00.000+05:302008-09-28T19:51:00.000+05:30साथ ही लता जी का हसता-मुस्कुराता चित्र बहुत पसंद आ...साथ ही लता जी का हसता-मुस्कुराता चित्र बहुत पसंद आया<br>लता जी को जन्मदिन की ढेरो सुभकामनाये और धन्यवाद भी की उन्होंने हमारे देश के संगीत को विश्व-पटल पर एक अलग पहचान दी. .दीपालीhttp://www.blogger.com/profile/17652883863725421545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-86819449143553018222008-09-28T20:17:00.000+05:302008-09-28T20:17:00.000+05:30संजय भाई ... ये आवाज़ इस युग को एक आशीर्वाद है ... ...संजय भाई ... ये आवाज़ इस युग को एक आशीर्वाद है ... हम धन्य हैं ...अमिताभ मीतhttp://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-88561440471767359492008-09-28T21:06:00.000+05:302008-09-28T21:06:00.000+05:30Great article & tribute Sanjay bhai ~~~~~~~~~~...Great article & tribute Sanjay bhai ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~<br><br>ईश्वर, उन्हें स्वस्थ और सदा प्रसन्न रखें यही कामना है ...<br>उनसे यही कहती हूँ, " शतं जीवेंन ` शरद : दीदी " : साल गिरह मुबारक हो ! "<br>दीदी के स्वर्गवासी पिताजी मास्टर दीनानाथ मंगेशकर जी ने अपनी सबसे बड़ी बिटिया को संगीत का जो नन्हा बिरवा , सौंपा था आज उस अमर बेली की शाखाएं , पुरे विश्व में , फ़ैलीलावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`http://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-8069469676957209872008-09-29T00:40:00.000+05:302008-09-29T00:40:00.000+05:30लता के अजर-अमर होने पर जिसे कोई शंका भी होगी, वह य...लता के अजर-अमर होने पर जिसे कोई शंका भी होगी, वह यदि आपका यह आलेख पढ़ लेगा तो नहीं बची रहेगी। बहुत ही अच्छा आलेख।<br><br>संगीत की देवी लता खूब जियें और खूब गायें ताकि भारत गूँजता रहे।शैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-25313485603654064782008-09-29T07:25:00.000+05:302008-09-29T07:25:00.000+05:30संजय भाई बहुत से आलेख पढ़े पर यकीनन कहता हूँ ये आप...संजय भाई बहुत से आलेख पढ़े पर यकीनन कहता हूँ ये आपके बहतरीन आलेखों में से एक है, लता के स्वर को आपने जिन दिल से निकले शब्दों से शाश्वत किया है वो अद्भुत है. लता दी के बारे में सब बहुत कुछ कह ही चुके हैं पर मैं आपकी तारीफ किए बिना नही रह सकता, आपके जैसा संगीत प्रेमी भी दुनिया में विरला ही होता है, आपके समर्पण को सलाम, हमारे आवाज़ की जान बन चुके हैं आप.....तहे दिल से आपको और लता दी मेरी शुभकामनायेंसजीव सारथीhttp://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-84610490566176944492008-09-29T08:04:00.000+05:302008-09-29T08:04:00.000+05:30संजय जी आप सौभाग्यशाली हैं कि आप उस शहर के बाशिंद...संजय जी आप सौभाग्यशाली हैं कि आप उस शहर के बाशिंदे हैं जहां पर स्वयं सरस्वती ने जन्म लिया और मैं अपने को भी भाग्यशाली मानता हूं कि मैने भी उसी मालवांचल में जन्म लिया जहां लता जी का जन्म हुआ । आपने जो आलेख लिखा है वो अद्भुत है सचमुच ही लता जी का स्वर वो है जो कि प्रलय के बाद भी बाकी रहेगा और गूंजता रहेगा । कभी कभी तो ऐसा लगता है कि लता जी का स्वर प्राणों में समा चुका है । मैंने अपने होश पंकज सुबीरhttp://subeerin.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2609134172707418520.post-18368984519926245322008-09-29T11:57:00.000+05:302008-09-29T11:57:00.000+05:30लता दी को उनको जन्म-दिवस की ढेरों बधाईयाँ।संजय जी ...लता दी को उनको जन्म-दिवस की ढेरों बधाईयाँ।<br>संजय जी आपका आलेख पढकर हृदय खुशी से झूम गया। आपकी लेखनी ने लता दी के व्यक्तित्व के साथ भरपूर न्याय किया है।<br><br>बधाई स्वीकारें।विश्व दीपकhttp://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.com