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ऑडियो कथा: प्रश्न का पेड़ - मनीषा कुलश्रेष्ठ

रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ 'बोलती कहानियाँ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में प्रबोध गोविल की कथा 'लोग पत्थर फेंकते हैं' का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं मनीषा कुलश्रेष्ठ की कथा 'प्रश्न का पेड़'पूजा अनिल के स्वर में।

कहानी "प्रश्न का पेड़" का कुल प्रसारण समय 5 मिनट 59 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।


एक बार फिर से घर ट्रक के हवाले और हम बेघर... नये घर के सजने तक... हमारे परदे किसी टैंट या बाशा (बांस के घर) में लग जाते हैं वही घर हो जाता है हम फौजी परिवारों का। आसान तो नहीं यूँ जीना लेकिन धरती को घर मान लो तो फिर सब आनंद।
- मनीषा कुलश्रेष्ठ

हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी

और बच्चों की माँओं की तरह, ज़रा भी सुगढ़ नहीं... "
(मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानी "प्रश्न का पेड़" से एक अंश)


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यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाउनलोड कर लें:
प्रश्न का पेड़ MP3

#Eighth Story, Prashn Ka Ped: Manisha Kulshreshtha /Hindi Audio Book /2019/8. Voice: Pooja Anil

Comments

Anita said…
सुंदर कहानी
Unknown said…
कहानी सुंदर है| पृष्ठभूमि में बज रहे हल्के संगीत से कुछ शब्द समझ में नहीं आए|
आप के इस प्रयास से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ रहे विद्यार्थी बहुत ही लाभान्वित होते हैं|

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